मुख्यमंत्री के आगमन के पूर्व कुम्भकरणीय नींद में सोई पिडब्लूडी विभाग अचानक गहरी नींद से जाग गई है।और बद से बदतर खराब सड़कों कि नाम मात्र का मरम्मत कार्य पुनः शुरू किया गया है। सड़क मरम्मत का कार्य बस नाम मात्र का है जो कि बस खानापूर्ति ही है...।
आपको बताते चले कि बया मंडल कांग्रेस के अध्यक्ष प्रमोद कुमार साहू कि ओऱ से मिडिया में बयान दिया गया था कि शीघ्र ही अगर सड़क मरम्मत अथवा नई सड़क निर्माण का कार्य शुरू ना किया गया तो सड़क पर उतरकर अपने कांग्रेसी साथियों के साथ आंदोलन करेंगे।
अब मुख्यमंत्री सायजी के आगमन पूर्व आनन-फानन में सड़क मरम्मत का नाम मात्र खानापूर्ति वाला कार्य चल रहा है। उक्त विषय में बया मंडल कांग्रेस के वरिष्ठ कांग्रेसी आदिवासी कांग्रेस नेता संतोष दीवान, विधायक प्रतिनिधि संजय गोयल, मनीराम पंकज प्रदेश सचिव अनुसूचित जाती कांग्रेस, तहसील साहू संघ सोनाखान अध्यक्ष किशोर साहू,वरिष्ठ कांग्रेसी नंद कुमार पटेल, संतोष पटेल,मोहित चौधरी,युवा नेता वीरेंद्र सेन,पंडेवा चौहान,भूपेश दीवान,संजय सुमन चौहान, सुनील साहू,कौशल प्रधान, कुलमणी प्रधान,कृष्णकांत चौहान, टेकराम डड़सेना नंद कुमार डड़सेना, किशन डड़सेना,टीकम ठाकुर, रेखु यादव, अजय डड़सेना, विजय ठाकुर, लाला साहू, मोनू बघेल, पप्पू निर्मलकर,पाका दीवान, सुकालू राम दीवान, टेकलाल डड़सेना, फिरत ध्रुव सहित बया मंडल के तमाम कांग्रेसियों ने बताया कि यह सड़क मरम्मत का कार्य केवल नाम मात्र का कार्य बस है।हम सड़क हेतु कब से मांग कर रहें है, सड़को कि स्थिति दयनीय है परन्तु भाजपा सरकार और इनके अधीनस्थ कर्मचारी, इनके विभाग इस ओर बिल्कुल भी ध्यान नहीं दे रहे है और अब ज़ब मुख्यमंत्री जी का दौरा कार्यक्रम निर्धारित हुआ तब जाकर सड़को कि नाम मात्र कि मरम्मत कार्य कि जा रही है।
मंडल कांग्रेस कमेटी बया एवं सोनाखान अंचल अंतर्गत आने वाले तमाम कांग्रेसियों ने बताया कि बया से कसडोल व बया से राजदेवरी सोनाखान तक सड़क मार्ग पूर्ण रूप से जर्जर हो चुकी है। विकासखंड कसडोल दूरस्थ वनाँचल ग्राम से लगभग 65 किलोमीटर एवं जिला मुख्यालय लगभग 95 किलोमीटर ओर स्थित है जिला व ब्लॉक संबंधित कार्यों के लिए यही से गुजर कर जाना होता है।आएं दिनों यहाँ से दुर्घटनायें होती रहती है, खराब सड़को के कारण घने जंगलो के बिच कभी भी गाड़ी पंक्चर हो जाती है इससे आने जाने वाले राहगीरों को जंगली जानवरों से भी खतरा बना रहता है इसके कारण कई तरह के अप्रिय घटनाओं का भी डर लगातार बना रहता है।अब इतनी दयनीय स्थिति में सरकार को मरम्मत नहीं अपितु नई योजना शुरू कर उक्त पूरी तरह से जर्जर सड़कों को नई सड़क निर्माण हेतु ध्यान देने कि आवश्यकता है। ताकि दुर्घटनाओं से और अव्यवस्थाओं से क्षेत्रवासी स्वयं को बचा सकें।
