मीडिया प्रभारी दबंग साहू की खास रिपोर्ट।
ब्रेकिंग न्यूज़ बलौदा बाजार जिले के कसडोल उप स्वास्थ्य केंद्र से है, जहाँ 102 महतारी एक्सप्रेस एम्बुलेंस सेवा के घोर दुरुपयोग का मामला सामने आया है। यह एम्बुलेंस, जिसे जीवन बचाने और मरीजों को तत्काल अस्पताल पहुँचाने के लिए उपलब्ध कराया गया है, उसका उपयोग अब एक निजी मालवाहक गाड़ी की तरह किया जा रहा है।
जी हाँ! आप सही सुन रहे हैं। 102 महतारी एक्सप्रेस एम्बुलेंस में मरीजों की जगह सीमेंट की बोरियाँ ले जाई जा रही थीं।
सोशल मीडिया पर एक वीडियो सामने आया है, जो कसडोल उप स्वास्थ्य केंद्र की कर्मचारी की सबसे बड़ी लापरवाही को उजागर करता है। इस वीडियो में साफ तौर पर देखा जा सकता है कि जिस एम्बुलेंस को ज़रूरतमंद मरीजों की सेवा में होना चाहिए था, उसमें सीमेंट की कई बोरियाँ भरकर ले जाई जा रही हैं।
यह घटना न केवल सरकारी संपत्ति का दुरुपयोग है, बल्कि यह उस महतारी एम्बुलेंस सेवा की मूल भावना के साथ भी खिलवाड़ है, जो प्रदेश में गर्भवती महिलाओं और शिशुओं के लिए एक जीवन रेखा साबित होती है।
सवाल यह उठता है कि क्या सरकारी कर्मचारियों को शासन-प्रशासन की गाड़ियों का इस तरह से निजी उपयोग करने की खुली छूट मिली हुई है?
यह मामला स्वास्थ्य विभाग की कार्यशैली और कर्मचारियों की जवाबदेही पर एक बड़ा प्रश्नचिह्न खड़ा करता है।
अब देखने वाली बात है कि इस गंभीर लापरवाही पर राज्य के स्वास्थ्य मंत्री श्री श्याम बिहारी किस तरह का संज्ञान लेते हैं। जनता जानना चाहती है कि इस एम्बुलेंस ड्राइवर और कसडोल उप स्वास्थ्य केंद्र के लापरवाह कर्मचारियों के खिलाफ क्या कड़ी कार्रवाई की जाती है, ताकि भविष्य में इस तरह की घटना की पुनरावृत्ति न हो।
इस खबर पर हम लगातार नज़र बनाए हुए हैं। स्वास्थ्य मंत्री का क्या बयान आता है और क्या कार्रवाई होती है, इसकी हर अपडेट हम आप तक पहुंचाते रहेंगे।
