नगर पंचायत पवनी में अध्यक्ष निधि और पार्षद निधि से लगभग 30 लाख रुपये चार से पाँच माह पूर्व आहरित किए जाने के बावजूद अब तक किसी भी प्रकार का विकास कार्य शुरू नहीं होने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। इस संबंध में पवनी निवासी झुमुक लाल साहू ने अनुविभागीय अधिकारी को विस्तृत शिकायत सौंपी है।
शिकायत में कहा गया है कि अध्यक्ष निधि का उपयोग नगर स्तर पर विकास कार्यों के लिए तथा पार्षद निधि का उपयोग संबंधित वार्डों में होना चाहिए था। लेकिन न तो अध्यक्ष निधि से कोई काम हुआ है और न ही किसी पार्षद ने अपने वार्ड में एक भी कार्य कराया है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि यह स्थिति कहीं न कहीं संभावित अनियमितता या बड़े पैमाने पर गड़बड़ी की ओर इशारा करती है।
शिकायतकर्ता झुमुक लाल साहू ने बताया कि उन्होंने सभी तथ्य व दस्तावेज अधिकारियों के सामने प्रस्तुत किए हैं। उनके अनुसार, यदि कई माह पूर्व राशि आहरित की गई थी, तो जमीनी स्तर पर इसका कोई प्रमाण नजर न आना बेहद गंभीर सवाल खड़ा करता है।
अनुविभागीय अधिकारी ने शिकायत पर त्वरित कार्रवाई का आश्वासन देते हुए कहा है कि मामले की शीघ्र जांच कराई जाएगी और जांच रिपोर्ट आने के बाद ही यह स्पष्ट होगा कि निधि का उपयोग कहाँ और कैसे हुआ।
स्थानीय नागरिकों ने इस पूरे मामले को लेकर गहरी नाराज़गी जताई है। उनका कहना है कि नगर में कई आवश्यक विकास कार्य वर्षों से लंबित हैं। ऐसी स्थिति में लाखों रुपये आहरित होने के बाद भी एक भी कार्य न होना जनता के भरोसे और सार्वजनिक धन के पारदर्शी उपयोग के खिलाफ है।
लोगों ने मांग की है कि इस प्रकरण की निष्पक्ष व पारदर्शी जांच कर जिम्मेदारों पर आवश्यक कार्रवाई की जाए, ताकि जनता का धन सही उद्देश्य पर खर्च हो सके।
जांच रिपोर्ट आने के बाद ही यह स्पष्ट हो सकेगा कि निधि का उपयोग वास्तव में हुआ या नहीं, और यदि नहीं हुआ तो इसके पीछे कारण क्या हैं।

