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पति ही निकला कातिल -पहले थाना में पत्नी की गुम होने की दिया सूचना फिर कर दिया हत्या

मैनपुर पुलिस ने 24 घंटे के अंदर हत्या की गुत्थी को सुलझाई और आरोपी पति को गिरफ्तार कर भेजा जेल
 संवाददाता हेमचंद नागेश 

गरियाबंद जिले के मैनपुर विकासखंड क्षेत्र से एक बड़ी खबर निकालकर सामने आई है पति ने अपनी दूसरी नम्बर की पत्नी का हत्या कर उसके लाश को ठिकाने लगा दिया था पुलिस द्वारा मामले की गंभीरता को देखते हुए महज 24 घंटे के भीतर हत्या की गुत्थी को सुलझाते हुए आरोपी पति को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है,तहसील मुख्यालय मैनपुर से महज 8 किलोमीटर दूर ग्राम झरियाबहरा में 02 दिन पहले बुधवार को तीन बच्चों की मां का लाश खेत बाड़ी में मिलने से सनसनी फैल गई थी इस मामले को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं क्षेत्र में सुनने को मिल रही थी मैनपुर पुलिस घटना स्थल पर पहुंचकर शव का पंचनामा कर पोस्टमार्टम करवा परिजनों को सौंप दिया और इस मामले में संघन जांच विवेचना शुरू की गई,

गरियाबंद पुलिस अधीक्षक निखिल राखेचा के दिशा-निर्देशन, अतिरिक्त पुलिस अधिक्षक जितेन्द्र चन्द्राकर के मार्ग दर्शन व एसडीओपी विकास पाटले मैनपुर के पर्यवेक्षण में गरियाबंद पुलिस द्वारा मामले में गंभीरता को देखते हुए सघन जांच उपरांत आरोपी को गिरफ्तार कर आज जेल भेजा गया है, मिली जानकारी के अनुसार 11 वर्ष पहले अमृत यादव ने उषा बाई नागेश ग्राम पेण्ड्रा थाना शोभा को भगाकर शादी किया था, जिसके तरफ से मेरी बेटी उषा यादव के 02 लडकी 01 लडका है, कई सालो तक दोनो के बीच पारीवारिक संबंध अच्छा था, पर पिछले दो-तीन वर्षों से दोनों के बीच लडाई झगडा विवाद होने लगा। 

आरोपी पति अमृत यादव अपनी पत्नी उषा के साथ पारीवारिक बातों को लेकर वाद विवाद, झगडा लडाई मारपीट करता रहता था, और और 5 अगस्त को आरोपी अमृत यादव पहले थाना में अपनी पत्नी के गुम होने की सूचना दिया फिर अपनी पत्नी उषा यादव की हत्या कर दिया और किसी को शक ना हो इसलिए अपनी पत्नी की लाश को खेत बाड़ी में ले जाकर ठिकाने लगा दिया, आरोपी से पुलिस द्वारा कड़ी पूछताछ करने पर आरोपी ने अपना अपराध स्वीकार किया इसके बाद पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेज दिया,

पीएम रिपोर्ट में मृतिका उषा बाई यादव की मृत्यु गला घोटे जाने से, दम घुटने तथा गर्दन का हड्डी टूटने से होना लेख किये है तथा मृतिका का शराब सेवन किया होना लेख है। मृत्यु का प्रकार होमोसायडल लेख किया गया है कि अपराध धारा 103(1) बीएनएस पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। प्रकरण के विवेचना दौरान आरोपी अमृत यादव से घटना के संबंध में पूछताछ कर मेमोरण्डम कथन लिया गया जिन्होने अपने मेमोरण्डम कथन में बताया कि मेरी पत्नि शराब पीने का आदि था जिस बात को लेकर हम दोनों पति पत्नि में अक्सर लड़ाई झगड़ा होता रहता था दिनांक 05.08.2025 को मै खाना खाकर काम पर गया था तो मेरी बहन ने फोन कर बताया कि मेरे घर में पत्नि नही है बच्चे रो रहे है उषा बाई यादव घर में नही है बच्चे लोग रो रहे है तो मैं अपने पत्नि को खोजा तो नहीं मिला बाद घर में जाकर देखा तो मेरी पत्नि शराब के नशे में थी जो खटीया (चारपाई) में बैठी थी। जिसे कहां गई थी पुछने पर कुछ नही बोली तो मैं गुस्से में हाथ से उसके कनपटे में जान से मारने की नियत से मारा तो खटीया का खुरा उसके गर्दन में लगा और उसके मुह नाक से खून निकलने लगा तो मै डर के मारे उसे छुपा दिया और रात होने का इंतजार करने लगा रात होने पर मैने अपनी पत्नी उषा यादव के लाश को बरन डोंगरे के खेत में ले जाकर फेक दिया। और किसी को भी घटना के बारे में नहीं बताया। बाद में कोई मुझ पर शक मत करे सोच कर मैं अपने ससुर नकूल राम नागेश ग्राम पेण्ड्रा के साथ थाना मैनपुर में आकर मेरी पत्नि बरन डोंगरे के खेत में मरी पड़ी है कह कर रिपोर्ट दर्ज कराया। आरोपी के विरूद्ध साक्ष्य सबूत पाये जाने से विधिवत् गिरफ्तार कर न्यायिक रिमाण्ड में भेजा गया।

इस कार्यवाही में थाना मैनपुर के थाना प्रभारी निरीक्षक शिवशंकर हुर्रा,, सउिन नकूल सिंह सिदार, प्रधान आरक्षक.हरिश्चंद्र ध्रुव , आरक्षक कोमल धृतलहरे, प्रवीण वर्मा, जितेन्द्र परिहार , कमल मरकाम, राजेन्द्र गायकवाड़, मोती लाल भुआर्य व थाना मैनपुर के स्टाफ की सरहनीय भूमिका रही।
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